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Showing posts from December, 2019

25 साल बाद मिले नवोदयी छात्र, सिल्वर जुबली एल्युमिनाई मीट का नवोदय विद्यालय आज़मगढ़ में हुआ आयोजन

अरे! यही तो मेरी क्लास थी, इसी सीट पर मैं बैठता था। हॉस्टल कितना बदल गया है। हॉस्टल ही नहीं हमारे अध्यापक और हम लोग भी कितना बदल गए हैं , बस नहीं बदला तो वो अपनापन। कुछ ऐसी ही बातें करते नजर आये जवाहर नवोदय विद्यालय, जीयनपुर, आजमगढ़ के पुराने छात्र। मौका था, 1994 में पास आउट विद्यार्थियों के सिल्वर जुबली समारोह का।  इस ग्रैंड एल्युमिनाई मीट में  नवोदय विद्यालय के तमाम पुराने छात्र 25 बरसों बाद एक दूसरे से मिले और हाल जाना। साथ ही अपनी उपलब्धियों  के साथ स्कूली दिनों की खट्टी-मीठी यादें ताजा कीI इस अवसर पर नवोदय विद्यालय आजमगढ़  के संस्थापक  प्रिंसिपल दिनेश चंद्र मिश्र मुख्य अतिथि रहे तो 90 के दशक में यहाँ पढ़ा चुके तमाम अध्यापक भी इस यादगार मिलन के साक्षी बने। नवोदय विद्यालय से आई.ए.एस. परीक्षा में सफल प्रथम छात्र कृष्ण कुमार यादव भी मौजूद रहे, जो कि वर्तमान में निदेशक डाक सेवाएँ, लखनऊ परिक्षेत्र हैं। इस अवसर पर नवोदय के प्रथम बैच के छात्रों और उनके अध्यापकों को सम्मानित भी किया गया। नवोदयी विद्यार्थियों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर शमाँ बाँधा।नवोद...

घर बैठे डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से निकालें राशि, डाकिया बना अब चलता-फिरता एटीएम

यदि आप सुदूर क्षेत्र में रह रहे हैं, जहाँ पर बैंक की शाखा या एटीएम सुविधा नहीं है तो अब आपको पैसे निकालने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। शहरों में भी बैंक या एटीएम की लाईन में लगने की बजाय अब आप घर बैठे अपने इलाके के डाकिया के माध्यम से अपने बैंक खाते से पैसे निकाल सकते हैं। बस आपका खाता आधार और मोबाईल नंबर से लिंक होना चाहिए। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) सेवा" के तहत इसका लाभ उठाया जा सकता है। यह जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएँ कृष्ण कुमार यादव ने दी। "आपका बैंक आपके द्वार" के तहत कार्य करते हुए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने  जनमानस में अपनी सुदृढ़ उपस्थिति दर्ज कराई है। उत्तर प्रदेश में इसके 18 लाख से अधिक खाते खुले हैं। इसमें खाता खुलवाना भी बेहद आसान है।   डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा आरम्भ "आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS) के माध्यम से अब कोई भी व्यक्ति अपने  बैंक के आधार-लिंक्ड खाते से धनराशि डाकघर के काउंटर्स या डाकिया के माध्यम से निकाल सक...

डाक टिकट पर अपनी फोटो देख लोग हुए प्रफुल्लित, 510 लोगों ने बनवाई माई स्टाम्प

डाक विभाग अपनी सेवाओं की विविधता एवं नवीन टेक्नालाजी द्वारा नित नये आयाम रच रहा है। इसी कड़ी में लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने सीतापुर प्रधान डाकघर में माई स्टाम्प सेवा एवं डायनमिक क्यू मैनेजमेंट सिस्टम का शुभारम्भ किया। माई स्टाम्प के माध्यम से डाक टिकट पर अब आमजनों की तस्वीर लग सकेगी वहीँ डायनमिक क्यू मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से ग्राहकों को अपना कार्य कराने के लिए डाकघर में लम्बी क़तार में खड़े होना नहीं पड़ेगा। शुभारम्भ अवसर पर प्रथम कस्टमर के रूप में मदर्स प्राइड स्कूल की मैनेजिंग डायरेक्टर सुश्री मोनिका आनन्द को डाक निदेशक ने माई स्टैम्प प्रदान किया| इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय सीतापुर के प्रधानाचार्य  सुनील कुमार व जिला क्षय रोग अधिकारी  मुसाफिर यादव व डाक अधीक्षक  एच.के. यादव उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रधान डाकघर परिसर में आयोजित वृहद् डाक मेले का शुभारम्भ करते हुए निदेशक डाक सेवायें श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक डाक सेवाओं में अमूलचूल परिवर्तन किये हैं। चिट्ठी-पत्री और मनीआर्डर क...

सतगुरु आशीर्वाद का दान है

TRUE MASTER IS THE OCEAN OF BLESSINGS  सतगुरु आशीर्वाद बेशर्त देता है, उससे कृपा सदैव अबाध रूप में बरसती रहती है लेकिन हम ले पाएँ या नहीं, ये हम पर निर्भर है। वर्षा हो और हम छाते की ओट में खड़े हो जाएँ हो हम न भीगेंगे। घड़ा उल्टा रखा हो तो एक भी बूंद आशीर्वाद की भीतर न जाएगी। जब हम गुरु के चरणों में झुकें तो वस्तुतः झुकना होना चाहिए, ऐसा न हो कि शरीर ही झुके और हम जो वास्तव में हैं वो अनझुका रह जाए। गुरु कभी ये नहीं कहता है कि जब हमारी कोई पात्रता होगी तब वह आशीर्वाद देगा लेकिन ये जरूर है कि यदि हमारी पात्रता नहीं होगी तो दिया आशीर्वाद हम तक न पहुँच पाएगा। गुरु आशीर्वाद देता है ये कहना ठीक नहीं बल्कि ये कहना ही उचित है कि गुरु वो है जिससे आशीर्वाद बरसता है। जिस प्रकार फूल खूशबू प्रेषित करने के लिए कुछ करता नहीं है, सूरज अपनी रोशनी बिखेरने के लिए यत्न नहीं करता है, उसी प्रकार गुरु वो है जिससे कृपा बरसती ही है। सतगुरु उस ऊंचाई पर होता है जहां से उससे कृपा बहती है और अगर हम तैयार हों नहाने के लिए तो गुरु के आशीर्वाद से नहा ही लेंगे। गुरु आशीर्वाद देता नहीं है बल्कि वो आशीर्वाद का दान ...