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Showing posts from September, 2020

लखनऊ जीपीओ व प्रधान डाकघरों में आरंभ हुई कॉमन सर्विस सेंटर, शीघ्र ही अन्य डाकघरों में भी उपलब्ध होगी सेवा-डाक निदेशक केके यादव

कोरोना संक्रमण के इस दौर में आमजन को विभिन्न सेवाओं के लिए भटकना न पड़े और सारी सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हो सकें, इसके लिए अब डाकघरों में भी काॅमन सर्विस सेंटर की स्थापना की जा रही है। लखनऊ जीपीओ में पायलट फेज के तहत मई में इसे आरम्भ करने के बाद अन्य प्रधान डाकघरों में भी इसे आरम्भ किया गया है। लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र में जीपीओ के अलावा बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली, फैजाबाद, अकबरपुर प्रधान डाकघरों में काॅमन सर्विस सेंटर आरम्भ हो गए  हैं। शीघ्र ही इसे एलएसजी लेवल तक के अन्य चयनित डाकघरों और चुनिन्दा शाखा डाकघरों में भी आरंभ किया जायेगा। उक्त जानकारी लखनऊ मुख्यालय परिक्षेत्र निदेशक डाक सेवाएँ श्री कृष्ण कुमार यादव ने दी। निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि अब डाकघर से एक ही छत के नीचे केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों की पब्लिक से जुड़ी कामन सर्विस की 73 सेवाएं मिलेंगी। जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र हो या फिर पैन कार्ड और पासपोर्ट के लिए आवेदन, यही नहीं प्रधानमंत्री आवास योजना, पीएम फसल बीमा योजना, आयुष्मान भारत योजना के लिए आवेदन करना हो, यह सभी कार्य डाकघर में स्थाप...

नई शिक्षा नीति को कामयाबी से लागू करने हेतु शिक्षकों की दशा और दिशा बदलने की जरूरत है-प्रो० शिशिर दुबे

सर्वजन हिताय संरक्षण समिति के तत्वावधान में शिक्षक दिवस संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए आईआईटी खड़गपुर के पूर्व निदेशक और विख्यात शिक्षाविद प्रोफेसर शिशिर कुमार दुबे ने कहा कि नई शिक्षा नीति की धरातल पर सफलता तभी सुनिश्चित की जा सकती है जब शिक्षकों की दशा और दिशा में सार्थक सुधार किया जाए।                              उन्होंने कहा कि बेसिक और माध्यमिक शिक्षा की बात छोड़ दीजिए यहां तक कि उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी है।उन्होंने कहा आईआईटी तक में शिक्षकों के 20% पद खाली पड़े हैं और दिल्ली जैसे विश्वविद्यालय में 40% से अधिक पद खाली है। शिक्षण की खराब हालत में आमूलचूल परिवर्तन किए बिना कोई भी शिक्षा नीति बना ली जाए बुनियादी परिवर्तन संभव नहीं है। उन्होंने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें शिक्षकों के लिए आदर्श पथ प्रदर्शक बताया और केंद्र और राज्य सरकारों से अपेक्षा की कि  शिक्षा का पेशा एक गरिमामय पेशा है और इसकी गरिमा बनाए रखने हेतु शिक्षकों की गरिमा ...